Dogecoin: 3 महीनों में 1600% रिटर्न के पीछे क्या वजह? पूरा ब्योरा

इस करेंसी में हालिया तेजी के पीछे एक बार फिर एलन मस्क का अहम योगदान है

Dogecoin: 3 महीनों में 1600% रिटर्न के पीछे क्या वजह? पूरा ब्योरा

Crypto Market में निवेशकों की रुचि दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है. अच्छी खरीदारी से Bitcoin और Ethereum ने हाल में ही शिखर बनाए थे. नई ऊंचाई छूने वाले cryptocurrencies की लिस्ट में एक रोचक नाम Dogecoin का भी शामिल है. इस मीम आधारित cryptocurrency ने रिटर्न के मामले में बाकी currency को काफी पीछे छोड़ दिया है. आइए जानते हैं Dogecoin के बारे में हर अहम बात.

Dogecoin की जबरदस्त मांग की वजह से 4 मई को US का रॉबिनहुड और भारत में वजीर’एक्स (WazirX) Crypto Trading Platform क्रैश कर गया.

क्या है Dogecoin?
Bitcoin, Ethereum, बाइनेंस कॉइन, की तरह ही Dogecoin भी एक cryptocurrency है. cryptocurrency की खूबी है कि यह किसी सरकार, संस्था या व्यक्ति के हाथों में केंद्रित नहीं रहती.

Dogecoin की शुरुआत 2013 में IBM के दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर बिली मार्कस (Billy Markus) और जैक्सन पामर (Jackson Palmer) द्वारा मजाक के तौर की गई थी. यह उस समय तेजी से आ रही नई फ्रॉड cryptocurrency पर एक तरह का कटाक्ष था. इसी वजह से Dogecoin का नाम और लोगो भी एक प्रचलित मीम 'Siba Inu से लिया गया था. Dogecoin के सर्कुलेशन को लेकर Bitcoin की तरह कोई ऊपरी सीमा नहीं है. Bitcoin की संख्या 21 मिलियन से ज्यादा नहीं हो सकती जबकि पहले से ही 100 Billion से ज्यादा Dogecoin मार्केट में है.

Dogecoin तेजी से चढ़ते हुए Market Cap के अनुसार Bitcoin, Ethereum और बाइनेंस कॉइन के बाद चौथा सबसे बड़ा cryptocurrency बन गया है.

एलन मस्क का रहा है साथ

Tesla के मालिक एलन मस्क का Bitcoin के साथ ही इस cryptocurrency को भी अच्छा समर्थन रहा है. समय-समय पर मस्क के Dogecoin संबंधी ट्वीट ने इस cryptocurrency की कीमतों में तेजी लाई है. एलन मस्क ने एक बार तो अपने ट्विटर बायो में 'फॉर्मर (भूतपूर्व) CEO ऑफ Dogecoin' भी लिख डाला था. इसके अलावा डैलास मेवरिक्स के मालिक मार्क क्यूबन, रैपर स्नूप डॉग और रॉक म्यूजिशियन जीन सिम्मोंस भी Dogecoin के समर्थन में दिखे हैं. मस्क और उनकी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी Tesla ने Bitcoin में भी बड़ा निवेश किया है जिसके बाद Bitcoin की कीमतों में उछाल देखा गया था.

फरवरी से अब तक करीब 1600% चढ़ा

कॉइनगेको (CoinGecko) Website पर उपलब्ध डाटा के अनुसार 1 फरवरी को Dogecoin की कीमत करीब 3.8 सेंट थी जो अब 5 मई को 66 सेंट तक पहुंच गई है. इस तरह अगर किसी ने फरवरी की शुरुआत में Dogecoin में 1000 डॉलर निवेश किए होते तो अभी उस निवेश की वैल्यू 17000 डॉलर हो गई होती. आखिरी एक हफ्ते में यह करेंसी 147% मजबूत हुई है. करीब हर दिन यह cryptocurrency अपना नया शिखर बना रहा है. उछाल से Dogecoin का मार्केट कैप भी तेजी से बढ़कर 85 अरब डॉलर से ज्यादा हो गया है.

उछाल के पीछे क्या है वजह?

Dogecoin की कीमतों में तेजी के पीछे कई वजहें अहम हैं. साल की शुरुआत में जहां यह Currency मुख्य तौर पर Elon Musk के ट्वीट द्वारा समर्थन से चढ़ रही थी. वहीं बीते महीने क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस की लिस्टिंग ने Bitcoin, के साथ ही Dogecoin को भी उछाल दी थी.

इस करेंसी में हालिया तेजी के पीछे एक बार फिर Elon Musk का अहम योगदान है. मस्क इस हफ्ते सैटरडे नाईट लाइव शो को होस्ट करेंगे जिसमे Crypto निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि Dogecoin का जिक्र होगा. इससे कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है. फियर ऑफ मिसिंग आउट (FOMO) यानी इस समय मुनाफे की रेस में पीछे छूट जाने के डर से भी निवेशक Dogecoin की खरीदारी कर रहे हैं. कुछ नए एक्सचेंज पर लिस्टिंग ने भी इसकी तेजी से बढ़ती कीमतों में योगदान दिया है.

क्या बबल में है ये करेंसी?
विभिन्न देशों द्वारा cryptocurrency पर प्रतिबंध की तैयारियों को लेकर खबरें आ रही है. ऐसे में Dogecoin समेत सारी ऐसी Digital Currency को लेकर निवेशकों में संशय बना हुआ है. लगातार बेतहाशा तेजी के कारण इसके ओवरवैल्यूड होने को लेकर भी आशंका जताई जा रही है. अगर सैटरडे नाईट लाइव में उम्मीद के अनुसार चीजें नहीं हुई तो Dogecoin का भाव गिर सकता है. माना जा रहा है कि GameStop की तरह ही रेड्डीट पर एक ग्रुप Dogecoin की कीमतों को प्रभावित कर रहा है. ऐसी स्थिति में भी भविष्य में इस cryptocurrency की कीमतों पर प्रभाव पड़ सकता है.